Extrasensory perception (ESP) अतीन्द्रिय बोध
by Geethalakshmi[ Edit ] 2010-02-15 00:03:19
Extrasensory perception (ESP)- अतीन्द्रिय बोध
# People generally acquire information by their sensesviz. sight, hearing, smell, taste, and touch.
लोग जानकारी प्राप्त करने के लिये सामन्यतः अपनी पाँच इन्द्रियों अर्थात् आँख, कान, नाक, जीभ तथा त्वचा का प्रयोग करते हैं।
# But there are persons who acquire information by paranormal means independent of any known physical senses.
किन्तु संसार में ऐसे व्यक्ति भी हैं जो कि इन्द्रयों के प्रयोग के बिना ही अपसामान्य विधियों से जानकारी प्राप्त कर लेते हैं।
# According to parapsychology the ability to acquire information by paranormal means independent of any known physical senses is called Extrasensory perception (ESP).
अपसामान्य विधियों के द्वारा जानकारी प्राप्त करने की इस क्षमता को परामनोविज्ञान अतीन्द्रिय बोध की संज्ञा देता है।
# In other words we can say that ESP is the "sixth sense" of an Individual."
दूसरे शब्दों में कहा जा सकता है कि अतीन्द्रिय बोध किसी व्यक्ति की छठी इन्द्रिय है।
# The information received through ESP can be related to present, past, and future.
अतीन्द्रिय बोध से प्राप्त जानकारी वर्तमान, भूत या भविष्य में से किसी भी काल की हो सकती है।